Thursday, September 8, 2011

नाम

तुम्हारा नाम क्या है?
क्या सिर्फ तुमने मेरा नाम पुछा है??
या फिर तुम इस शक्लसे मज़हब को जोड़ना चाहते हो,
जानना चाहते हो की में किसके आहे सजदा करता हूँ ?
या फिर तुमने यह भी पूछा है की मेरी जगह क्या है,
इस जात-पात की साँप सीडी में तुम ऊपर हो या नीचे ?
क्या यह सवाल भी तुमने किये है ??

सवाल कही मेरे जड़ो की खोज पे आके अटका तो नहीं है,
में देश के कौनसे हिस्से से हूँ?
में तुम्हारी भाषा बोल सकताहु या नहीं?
क्या तेरा मेरा गाँव एक है?
एक सवाल में छुपे यह कितने सवाल है?

जो मैंने चुना नहीं,
जिसका इस्तमाल सबसे कम करता हूँ,
ऐसे तीन शब्दों के लिए,
तुमने कितने सारे सवाल पूछे है?
या फिर यह एक सवाल है.....
-निर्जीव